एक जेल, जहां कोई दीबार नहीं हैं। एक कैदी, जो वास्तव में आजाद है और खुले में घुम रहा है। न, हाथ में बेड़ी और नाहीं साथ में कोई पहरेदार। वह, मुजरिम है और सजा भी काट रहा है। बावजूद इसके, वह अपने बीबी और बच्चो के साथ रहता है। वह सलाखों के पीछे है। पर, काम खुले में करता है। वह रोजगार की तलाश कर रहा है और आम शहरी होने का हमें एहसास भी करा रहा है। दरअसल, वह कौन है और कहां रहता है? इस पर बात करने से पहले देखिए हमारी ये रिपोर्ट
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