संजय कुमार सिंह
मुजफ्फरपुर। बढ़ती शितलहर का प्रकोप अब जीव जंतु पशु पक्षी पर भी व्यापक रूप से पड़ने लगा है। रविवार को मनियारी थाना क्षेत्र के छितरौली गांव मे एक हीं घरो से एक के बाद एक आधे दर्जन पुराना गेहुंमन सांप देख गांव के लोग अचंभित हो गय। हालांकि वहां के ग्रामीण बड़ी मुश्किल से तीन सांप को किसी तरह पकड़ने में कामयाब रहे।
स्थानीय छितरौली पंचायत के सरपंच व सामाजिक कार्यकर्ता आलोक कुमार कुमार ने बताया कि गांव के पोस्ट आफिस के डाक बाबू मिथलेश सिंह का घर काफी पुराना है। रविवार की दोपहर घर के लोगों ने एक पुराना गेहुंमन सांप को देख डर गया और शोर मचाने लगे। देखते – देखते ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। गांव के युवाओं ने किसी तरह उस सांप को डंडे के सहारे बाहर लाकर उसे एक प्लास्टिक के बोतल मे डाल दिया। उसके बाद घर से एक के बाद एक छह सांप निकला हालाकि ग्रामीण तीन सांप को पकड़ लिए जबकि अन्य तीन को पकड़ने मे शाम तक जुटे थे। कहा की वन विभाग से संपर्क किया जा रहा है अगर नहीं आय तो दूर बगीचे मे सभी पकड़े गए सांपो को छोड़ दिया जाएगा। ज्ञात हो कि 2003 के शितलहर के दौरान भी इसी तरह गांव-गांव में सांप निकल रहा था उस दौरान गांव में लोगों की मकान अधीक संख्या में पुरानी थी। इस बीच नय निर्माण होने से सांप पुराने घरो मे आश्रय ले रखा है।
दो दिन पूर्व भी ठंड का कहर पक्षी पर भी दिखाई दिया। फकुली ओपी क्षेत्र के ढ़ोरी रतन गांव में अत्यधिक ठंड से आधे दर्जन उल्लू पंक्षी की मौत ठंड के कारण हो गई थी। क्योंकि उल्लू हीं एक ऐसे पंक्षियो मे से एक है जिसे रात्रि में भी दिखाई देता है। उल्लू ज्यादातर रात मे हीं विचरण करता है।
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