बिहार। एक ओर जहां उत्तर बिहार के चम्पारण और मिथिलांचल में पानी उतरने का सिलसिला जारी है। वही, मुजफ्फरपुर सहित उत्तर बिहार के कई नए इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेस कर जाने से हाहाकार मच गई है। इस बीच मुजफ्फरपुर शहर पर बाढ़ का संकट मंडराने लगा है। जिले के मीनापुर के 15 पंचायातो की करीब 65 हजार परिवार बाढ़ की चपेट में आ गयें हैं। इन इलाको में बूढ़ी गंडक का पानी कहर बरपाने लगी है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। लोग घर खाली कर सुरक्षित स्थानों की ओर निकलने लगे हैं। कई मुहल्लों में लोग ने छतों पर ठिकाना बना लिया है।
मीनापुर में बूढ़ी गंडक नदी का पानी कई नए इलाको में प्रवेस कर चुका है। पिछले 24 घंटे के भीतर बाढ़ का प्रखंड की 15 पंचायतो के करीब 65 हजार घरो को अपने चपेट में ले लिया है। अब तक करीब दो हजार परिवार उंचे स्थान की ओर पलायन कर गया है और यह सिलसिला अभी भी जारी है।
बाढ़ में फंसे लोगो को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए 30 सदस्सीय एनडीआरएफ की टीम तीन मोटर वोट के सहारे लोगो को सुरक्षित स्थानो पर पहुंचाने में लगी है। इसके अतिरिक्त तीन सरकारी और दो निजी नौका को भी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में लगा दिया गया है। बाढ़ से विस्थापित हुए बाड़ाभारती, पानापुर, हरशेर, रघई व घोसौत गांव में प्रशासन ने सरकारी स्तर पर भोजन मुहैय्या करा रही है। बाढ़ की पानी में डूबने से घोसौत के 10 वर्षीय हसमुद्दीन की मौत हो चुकी है। पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में लेकर पोसटमार्टम के लिए एसकेएसीएच भेज दिया है। दूसरी ओर सांप काटने से रघई के 14 वर्षीय किरण कुमारी की मौत हो गयी है।
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