जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन मे सरकार के कार्यो की तारीफ/दहेजबंदी व शराबबंदी पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन
संतोष कुमार गुप्ता
मीनापुर। जदयू का प्रखण्ड स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन मंगलवार को मुस्तफागंज बाजार पर हुआ। अध्यक्षता प्रखण्ड अध्यक्ष पंकज किशोर पप्पू ने किया। कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रदेश संगठन महासचिव देव कुमार चौरसिया ने कहा कि नीतीश के कार्यकाल मे बिहार मे समाजिक समरसता का माहौल कायम हुआ है। राजाराम मोहन राय, महात्मा गांधी, डॉ जयप्रकाश नारायण व लोहिया के आदर्शो पर चलकर समाज के सभी तबको का विकास करने वाले नीतीश कुमार दुनिया के पहले ऐसे मुख्यमंत्री है। उनके प्रयास से शराबबंदी के बाद दहेजबंदी व बाल विवाह रूकने से राज्य मे खुशहाली आयी है। सीएम के सात निश्चय से बिहार तेजी से बदल रहा है। बिहार का यह समाजिक बदलाव देश दुनिया के लिए बानगी है। सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष विनय पटेल के नेतृत्व मे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। सभा को मणिभूषण निषाद,परशुराम मिश्र,तेजनारायण सहनी,संत कुशवाहा,चंद्रभूषण प्रसाद,शत्रुघ्न साह,मिथिलेश यादव,सदरूल खान,नीरज कुमार,किरण कुमारी,केके प्रशांत,रामकुमार साह,चंद्रबली सहनी,चिंता देवी,मनिष कुमार,पंकज कुमार गुप्ता,सुनिल कुमार,जियाउद्दीन अंसारी,राहुल पांडे,मदन राय,राजकुमार व शत्रुघ्न ठाकुर आदि ने सम्बोधित किया।
ऐतिहासिक होगी दहेजबंदी पर मानव श्रखंला
जदयू किसान प्रकोष्ठ का सम्मेलन सह एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन मंगलवार को मुस्तफागंज बाजार पर हुआ। अध्यक्षता शकुंतला गुप्ता व संचालन किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश सलाहकार शिवशंकर सिंह ने किया। सभा को सम्बोधित करते हुए प्रखड अध्यक्ष शिवचंद्र प्रसाद ने कहा कि गरीबो के लिए राज्य सरकार की योजनाऐ धरातल पर पहुंच रही है। उन्होने कहा कि विकास के क्षेत्र मे राज्य काफी आगे निकल चुका है। सड़क, पुल, बच्चो के पोशाक के साथ साथ बाढ प्रभावित परिवारो को पहली बार खाते मे छह हजार रूपया नगद पहुंचा। बाल विवाह व दहेजबंदी पर 21 जनवरी को आहूत मानव श्रखंला को ऐतिहासिक बनाने का निर्णय लिया गया। जदयू श्रमिक प्रकोष्ठ के प्रखण्ड अध्यक्ष गोनौर सहनी ने कहा कि अगर पार्टी मे निष्ठावान कार्यकर्ताओ की उपेक्षा इसी तरह होती रही तो जदयू की स्थिति भी कम्युनिस्ट पार्टी की तरह हो जायेगी। बैठक को वरीय नेता दिलीप कुशवाहा, रतन राय, रामएकबाल गुप्ता, दरोगा प्रसाद सिंह, उमाशंकर प्रसाद, राघवेंद्र झा, नरेश कुमार सावन, अशोक कुमार, राकेश कुमार रौशन, शम्भू प्रसाद गुप्ता, बरूण सरकार, अखलाख अहमद, अर्जुन कुमार, अनिल कुमार, राजेंद्र प्रसाद, लालबाबू प्रसाद, जितेंद्र कुमार ने सम्बोधित किया।
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