दस मांगो को लेकर निकाला आक्रोश मार्च
मुजफ्फरपुर। सरकार पर गरीब बिरोधी होने का आरोप लगाते हुए गरीब जनशक्ति पार्टी ने आक्रोश मार्च निकाला है। यह आक्रोश मार्च अखाड़ाघाट से होते हुए टावर चौक होते हुए जिला अधिकारी के कार्यालय तक गई।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास कृष्ण के नेतृत्व में गजपा ने जनता के मूलभूत समस्याओं से अधिकारी को अवगत कराया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास कृष्ण ने सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया। कहा कि पक्ष और विपक्ष को एक दूसरे को गाली देने से फुर्सत नहीं है। जनता की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। गरीब जनक्रांति पार्टी राज्य के गरीब, मजदूर, किसान और युवाओं की आवाज उठा रही है। कहा कि आजादी के सात दशक बाद भी राज्य के स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति बद से बदतर है। सरकार के द्वरा जो वादा किया जाता है, वह पूरा नही होता है।
कहा कि सरकार बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ करती है। वहीं, बाढ़ में जिन किसानों का फसल बर्बाद हो गया है, उनका कर्ज माफ नही करती। भूमिहीन गरीबों को घर बनाने हेतु 5 डिसमिल जमीन आवंटित नही किया। बृद्धा पेंशन में जबरदस्त गड़बड़ी सामने आ रही है। शहर को पुनास से जोड़ने वाली बांध क्षतिग्रस्त है।
नगर निगम क्षेत्र में भ्रष्टाचार चरम पर है एवं शहर के अधिकांश नाले खुले हुए हैं। पार्टी क्षतिग्रस्त नालों का निर्माण करने और खुले हुए नालों पर स्लैब डालने की मांग करती है। इसके अतिरिक्त ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने सहित गरीब जनक्रान्ति पार्टी की 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें 10 सूत्री मांग पत्र सौप दिया है।
आक्रोश मार्च में पार्टी के रष्ट्रीय प्रवक्ता दीनबन्धु सिंह, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष उमाशंकर यादव, प्रदेस अध्यक्ष मोहन राय, प्रदेस महाचिव संजीव कुमार, प्रदेश सचिव कुंदन सिंह, मुजफ्फरपुर लोकसभा प्रभारी बब्बन सिंह शेरु, वैशाली लोकसभा प्रभारी मोहम्मद रिजवान, मुज़फ़्फ़रपुर जिलाध्यक्ष इमरान अहमद, पंजाब प्रभारी विजय साह, जिला सचिव शत्रुघ्न साह, मुसहरी महिला प्रखंड अध्यक्ष रीना देवी, अल्पसंख्यक प्रखंड अध्यक्ष मदीना खातून, रुन्नीसैदपुर प्रखंड अध्यक्ष सद्दाम हुसैन, युवा नेता मनोज यादव, अंकित यादव आदि शामिल थे।
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