बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए देश के प्रमुख सियासी रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके को जदयू का उपाध्यक्ष बना दिया है। पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने मंगलवार इस बात की घोषणा कर दी है। बतातें चलें कि प्रशांत ने कुछ समय पहले ही जदयू राज्य कार्यकारणी की बैठक में नीतीश कुमार के समक्ष जदयू की सदस्यता ली थी।
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लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी जदयू
कहतें हैं कि लोकसभा चुनाव 2019 का समय जैसे-जैसे करीब आ रहा है राजनीतिक पार्टियां अपना जनाधार और संगठन मजबूत करने में जुट गई हैं। इसी के मद्देनजर जदयू ने यह बड़ा फैसला लिया है। आपको याद ही होगा कि जदयू में शामिल होते वक्त प्रशांत किशोर ने कहा था कि बिहार से अपनी नई पारी शुरू करते हुए वे बहुत उत्साहित हैं। दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान कहा था कि प्रशांत किशोर भविष्य हैं।
मोदी के रह चुकें हैं सलाहकार
बतादें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रशांत किशोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रणनीतिक सलाहकार थे। वहीं साल 2015 में बिहार विधानसभा के समय उन्होंने जदयू के लिए भी काम किया था। प्रशांत किशोर इंडिया पॉलिटिकल एक्शन कमेटी के संस्थापक हैं। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश और पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिये भी काम कर चुके हैं।
जानिए प्रशांत किशोर को
दरअसल, प्रशांत किशोर यूनाइटेड नेशन्स में हेल्थ वर्कर का काम कर चुकें हैं। वह वर्ष 2011 में भारत लौटे और राजनीतिक पार्टियों के इलेक्शन कैंपेन और स्ट्रैटजी बनाने का काम करने लगे। बताया जाता है कि वे बिहार बॉर्डर से सटे यूपी के बलिया जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने भाजपा और नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर गुजरात में चुनाव कैंपेन शुरू किया। वर्ष 2012 में उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कैंपेन की कमान अपने हाथों में ले ली। बतातें चलें कि उस दौर में प्रशांत किशोर मोदी के साथ सीएम आवास में रहा करते थे।
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