31 लोगों की एक दशक में कैंसर बीमारी से हो चुकी है मौत
मुजफ्फरपुर। मीनापुर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एके पांडेय के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम सोमवार को कैंसर प्रभावित गांव गोरीगामा पहुंची। यहां टीम ने हालात का भौतिक सत्यापन किया। टीम ने इस दौरान मुखिया अनामिका सहित गांव के अन्य लोगों से पूछताछ की। इसके बाद टीम ने अपनी रिपोर्ट सिविल सर्जन को भेज दी है। डॉ. पांडेय ने बताया कि सिविल सर्जन के निर्देश पर ही टीम जांच के लिए गोरीगामा पहुंची थी।
बताते दें कि प्रखंड के गोरीगामा व टेंगराहां गांव में पिछले एक दशक के दौरान कैंसर से 31 लोगों की मौत हो चुकी है। यही नहीं, पांच लोगों के अब भी इस रोग की चपेट में होने से ग्रामीण दहशत में हैं। गत वर्ष ‘हिन्दुस्तान’ ने इस समस्या को प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद पीएचईडी ने गांव पहुंच पेयजल स्रोतों की जांच की थी। साथ ही पानी के नमूने को लैब जांच के लिए भी भेजा था। वहीं, गत वर्ष के अक्टूबर माह में यहां के पानी को पीने लायक बताया गया। पीएचईडी के केमिस्ट सुनील कुमार ने बताया कि पानी के नमूने में आर्सेनिक की मात्रा सामान्य स्तर पर पाई गई है। पीएचईडी ने अपनी जांच रिपोर्ट सिविल सर्जन को भी भेजी थी। इसके बाद से ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कैंसर फैलने के कारणों की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की थी। फिलहाल, दहशत के कारण ग्रामीण वहां से पलायन कर रहे हैं।
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