बिहार के एक राजनीति दल से भी जुड़े है उसके तार
मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर पुलिस ने एटीएम फ्रॉड गिरोह का बड़ा खुलाशा किया है। गिरोह के मास्टर माइंड का तार मीनापुर से जुड़ा बताया जा रहा है। बतातें चलें कि एटीएम फ्रॉड से अर्जित संपत्ति से पंकज सहनी करोड़पति बन चुका है।
बहरहाल, मिठनपुरा पुलिस ने मीनापुर के मास्टर माइंड मधुबनी कांटी गांव के पंकज सहनी को रिमांड में लेकर पूछताछ करने का मन बना लिया है। पुलिस के अधिकारी का मानना है कि पंकज से गिरोह के और भी कारनामो का खुलाशा हो जायेगा। पुलिस के अधिकारी बतातें है कि पंकज पिछले आठ वर्षों से फ्रॉड का काम करता आ रहा है। इसका गिरोह बिहार, झारखंड, बंगाल और नेपाल तक सक्रिय है। फ्रॉड की राशि से ही मधुबन कांटी स्थित गांव व मिठनपुरा थाना इलाके में उसने आलीशान मकान बनवाया और स्कॉर्पियो भी खरीदी है। पंकज ने तीन शादियां की हुई है। इसके बावजूद चतुर्भुज स्थान में अय्याशी करता है। स्मरण रहें कि वर्ष 2015 में पंकज पानापुर ओपी व मिठनपुरा थाने से आमर्स एक्ट व हत्या के मामले में जेल जा चुका है।
बस स्टैंड में बैठ कर बनाता था प्लान
मास्टर माइंड पंकज ने बिजनेस मैनेजमेंट नामक एक फ्रॉड कंपनी भी बनाई हुई है। इसमें 45 सदस्य हैं। सुबह सात बजे सभी सदस्य बैरिया बस स्टैंड के पास एकत्र होते थे। वहां से पंकज बिहार के विभिन्न जिलों अपने गुर्गो को काम पर भेजता था। बहरहाल, पुलिस ने पंकज के बयान पर उसके 45 साथियों पर एफआईआर दर्ज की गई है। सभी मुजफ्फरपुर जिले के हैं। एक आरोपित पूर्वी चंपारण के छौड़ादानो का बर्खास्त सिपाही अख्तर साह है। जबकि, अन्य आरोपियों में राजा राम, केशव कुमार, सुनील कुमार, सन्नी कुमार, रवि कुमार, विक्की कुमार, प्रकाश सिंह, सुधीर कुमार, रौशन कुमार, अर्जुन राम आदि शामिल हैं।
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