KKN गुरुग्राम डेस्क | मुजफ्फरपुर के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। शहर के पताही स्थित हवाई अड्डे के विकास के लिए केंद्र सरकार ने ₹25 करोड़ की राशि मंजूर की है। यह कदम न सिर्फ जिले की कनेक्टिविटी को मजबूती देगा, बल्कि पूरे उत्तर बिहार के आर्थिक परिदृश्य को भी बदल सकता है।
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केंद्रीय मंत्री डॉ. राजभूषण चौधरी का बयान
केंद्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री एवं स्थानीय सांसद डॉ. राजभूषण चौधरी ने जानकारी दी कि पताही एयरपोर्ट के विकास हेतु ₹25 करोड़ की स्वीकृति दी गई है। उनका कहना है कि यह केवल शुरुआत है और उनका प्रयास है कि आने वाले समय में यहां से छोटे विमानों की नियमित सेवा भी शुरू हो सके। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि हवाई सेवा को लेकर जो भी कमियां होंगी, उन्हें शीघ्र दूर किया जाएगा।
“पताही एयरपोर्ट पर हवाई सेवा शुरू होने से न सिर्फ यात्री सुविधा बढ़ेगी, बल्कि मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों में व्यापार और निवेश के नए रास्ते खुलेंगे।” – डॉ. राजभूषण चौधरी
स्थानीय नेताओं में खुशी की लहर
इस घोषणा के बाद जिले के नेताओं और व्यापारियों में उत्साह की लहर है। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने कहा कि डबल इंजन की सरकार बिहार में विकास की नई इबारत लिख रही है। पताही से उड़ान शुरू होने से स्थानीय व्यापार को गति मिलेगी।
पूर्वी भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर केंद्र और राज्य सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया और इसके लिए सभी प्रयासरत नेताओं को धन्यवाद दिया। पश्चिमी जिलाध्यक्ष हरिमोहन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विशेष आभार जताया।
इस खुशी में शामिल होने वालों में राज्य मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता, डॉ. राजू सिंह, पूर्व विधायक बेबी कुमारी, भाजपा नेता मनीष कुमार जैसे कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं।
क्या है पताही हवाई अड्डे का महत्व?
पताही एयरपोर्ट, जो कि पहले एक अस्थायी हवाई पट्टी के रूप में इस्तेमाल होता था, अब स्थायी और आधुनिक सुविधाओं से युक्त हवाई अड्डे में तब्दील किया जा रहा है। यह हवाई अड्डा मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, समस्तीपुर और दरभंगा जैसे जिलों के लिए अहम साबित होगा।
हवाई सेवा से स्थानीय विकास को मिलेगा बल
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व्यापार: छोटे विमान सेवा शुरू होते ही स्थानीय व्यापारियों को देश के बड़े शहरों से जुड़ने में आसानी होगी।
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पर्यटन: मुजफ्फरपुर और आसपास के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों तक पर्यटकों की पहुंच आसान होगी।
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नौकरी के अवसर: एयरपोर्ट के संचालन से जुड़ी सेवाओं में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
दरभंगा एयरपोर्ट बना रोल मॉडल
इस बीच, दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। रविवार को वहां से कुल 14 उड़ानों का आवागमन हुआ। मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और हैदराबाद जैसे शहरों से विमान निर्धारित समय पर या मामूली विलंब से पहुंचे। इसका साफ मतलब है कि उत्तर बिहार में हवाई सेवा की मांग और संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
पताही एयरपोर्ट को लेकर भी ऐसी ही संभावनाएं जताई जा रही हैं। दरभंगा मॉडल को देखते हुए पताही हवाई अड्डे का संचालन भी जल्द शुरू हो सकता है, जिससे लोगों को दरभंगा तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
भविष्य की योजनाएं और चुनौतियां
हालांकि ₹25 करोड़ की राशि से निर्माण और बुनियादी ढांचे की व्यवस्था की जाएगी, लेकिन हवाई सेवा शुरू करने के लिए DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) की मंजूरी, रनवे का विस्तार, ATC टावर, टर्मिनल बिल्डिंग और सुरक्षा मानकों को पूरा करना ज़रूरी होगा।
नागरिकों की मांग
स्थानीय नागरिकों की भी मांग है कि पताही से पहले पटना, दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के लिए उड़ानें शुरू की जाएं, ताकि छात्रों, व्यापारियों और नौकरीपेशा लोगों को सुविधाएं मिल सकें।
पताही हवाई अड्डे के विकास को लेकर उठाया गया यह कदम मुजफ्फरपुर के भविष्य को नई दिशा देने वाला है। केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग से यह सपना अब धीरे-धीरे साकार होता दिख रहा है। अगर सब कुछ योजनानुसार चलता रहा, तो आने वाले महीनों में मुजफ्फरपुर भी उन शहरों की सूची में शामिल हो जाएगा जहां से हवाई सेवा उपलब्ध होगी।
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