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हज 2025 से पहले सऊदी अरब ने भारत-पाकिस्तान समेत 14 देशों पर वीजा बैन लगाया

Saudi Arabia Temporarily Bans Visa for 14 Countries, Including India & Pakistan, Ahead of Hajj 2025

KKN गुरुग्राम डेस्क | हज 2025 से पहले सऊदी अरब ने एक बड़ा और अहम फैसला लिया है। भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, और मिस्र सहित 14 देशों के नागरिकों के लिए सऊदी सरकार ने बिजनेस, फैमिली और उमराह वीजा पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय मध्य जून 2025 तक प्रभावी रहेगा, जब तक हज पूरी तरह संपन्न नहीं हो जाता।

सऊदी अरब ने यह कदम हज के दौरान सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए उठाया है। हज 2024 में भगदड़ जैसी त्रासदी में 1000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से अधिकांश बिना रजिस्ट्रेशन वाले अनाधिकृत तीर्थयात्री थे।

मुख्य बिंदु: सऊदी वीजा प्रतिबंध 2025

किन देशों पर वीजा प्रतिबंध लगाया गया है?

सऊदी सरकार के अनुसार, जिन 14 देशों पर यह अस्थायी वीजा बैन लागू हुआ है, वे हैं:

  1. भारत

  2. पाकिस्तान

  3. बांग्लादेश

  4. मिस्र

  5. इंडोनेशिया

  6. नाइजीरिया

  7. इराक

  8. जॉर्डन

  9. अल्जीरिया

  10. सूडान

  11. इथियोपिया

  12. ट्यूनीशिया

  13. यमन

  14. (अनौपचारिक रूप से) सीरिया

इन देशों से हर साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्री हज और उमराह के लिए सऊदी अरब जाते हैं। इनमें कई ऐसे यात्री भी होते हैं जो बिना उचित अनुमति और पंजीकरण के यात्रा करते हैं।

सऊदी अरब ने यह प्रतिबंध क्यों लगाया?

सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) के नेतृत्व में सरकार ने यह फैसला पिछले साल की हज दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए लिया है। 2024 में हुए हज के दौरान अत्यधिक भीड़ और अव्यवस्था के कारण भगदड़ मच गई थी जिसमें 1000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

इस बार:

13 अप्रैल तक मिलेगा उमराह वीजा

सऊदी आव्रजन विभाग ने स्पष्ट किया है कि 13 अप्रैल 2025 तक ही उमराह वीजा की अनुमति दी जाएगी। इसके बाद उमराह यात्रा पर भी अस्थायी रोक लगाई जाएगी ताकि हज की तैयारियों में कोई बाधा न आए।

इससे रमज़ान के दौरान उमराह की योजना बना रहे कई लोगों को झटका लगा है।

भारतीय मुसलमानों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

इस अस्थायी प्रतिबंध से भारत के हजारों मुस्लिम नागरिक प्रभावित हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

हालांकि, सरकारी हज समिति या अधिकृत एजेंसी से हज रजिस्ट्रेशन कराने वाले यात्रियों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। वे अपनी निर्धारित यात्रा योजना के अनुसार हज में शामिल हो सकेंगे।

सऊदी सरकार का आधिकारिक बयान

सऊदी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा:

“यह कोई राजनीतिक निर्णय नहीं है। यह पूरी तरह प्रशासनिक और सुरक्षा से जुड़ा फैसला है, जिससे हज 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और अनुभव बेहतर हो।”

मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि हज समाप्त होने के बाद (मध्य जून से) वीजा प्रक्रिया फिर से सामान्य रूप से शुरू हो जाएगी।

हज 2025 क्यों है अधिक महत्वपूर्ण?

हज इस्लाम का पांचवां स्तंभ है और यह दुनिया का सबसे बड़ा वार्षिक धार्मिक समागम माना जाता है। 2024 में 2.5 मिलियन से अधिक श्रद्धालु इसमें शामिल हुए थे, जिससे भीड़ और सुरक्षा के स्तर पर गंभीर चुनौतियाँ पैदा हो गई थीं।

इस बार सऊदी प्रशासन:

जनता और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं

इस फैसले को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं:

वहीं, कई इस्लामी विद्वानों ने फैसले का समर्थन किया है, यह कहते हुए कि कुरान भी हज के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोपरि मानता है।

हालांकि यह अस्थायी वीजा प्रतिबंध कई लोगों के लिए असुविधाजनक हो सकता है, लेकिन यह कदम पिछली त्रासदी से सीख लेकर उठाया गया है। सऊदी सरकार की प्राथमिकता इस बार स्पष्ट है — सुरक्षा, व्यवस्था और तीर्थयात्रा की पवित्रता

श्रद्धालुओं को सलाह दी जाती है कि वे केवल सरकारी माध्यमों या अधिकृत एजेंसियों से रजिस्ट्रेशन कराएं और सभी यात्रा नियमों का पालन करें।

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