संयुक्त राष्ट्र की नए प्रतिबंध से बढ़ेगी मुश्किलें
उत्तर कोरिया। उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन की मुश्किलें अब और बढ़ने वाली है। संयुक्त राष्ट् सुरक्षा परिषद के द्वारा लगाए गये नए प्रतिबंधों के तहत अब उत्तर कोरिया का पेट्रोलियम आयात 90 प्रतिशत तक घट जाएगा। सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों के जवाब में उस पर बेहद सख़्त प्रतिबंधों को मंज़ूरी दे दी है। अमरीका के तैयार किए गए इस प्रस्ताव को चीन और रूस ने भी समर्थन दे दिया है।
बतातें चलें कि अमरीका 2008 से ही उत्तर कोरिया पर नागरिकों और कंपनियों की संपत्तियां ज़ब्त करने, चीज़ों और सेवाओं के निर्यात पर रोक जैसे कई तरह के प्रतिबंध लगाए हुआ है। ताजा प्रतिबंधों के पारित होने के बाद संयुक्त राष्ट्र में अमरीकी दूत निकी हेली ने कहा है कि इनसे उत्तर कोरिया को स्पष्ट संदेश दिया गया है कि अगर वो आगे भी नहीं माना तो उसे और दंडित और अलग-थलग कर दिया जाएगा।
दरअसल, ये पहली बार नहीं है जब उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगाए गए हैं या उसे धमकी दी गई है। इसी साल सितंबर में संयुक्त राष्ट्र में बोलते हुए अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन को रॉकेटमैन कहते हुए बेहद सख़्त अंदाज़ में धमकी दी थी।
हालांकि, ट्रंप की इस धमकी का उत्तर कोरिया पर कोई असर नहीं हुआ था। नवंबर में उत्तर कोरिया ने ह्वासोंग-15 मिसाइल दाग कर अमेरिका को पहले ही जवाब दे दिया है। दरअसल, यह मिसाइल उत्तर कोरिया की सबसे लंबी दूरी की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है और अमेरिका सहित दुनिया के कई अन्य देश इसके जद में है।
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