KKN गुरुग्राम डेस्क | वर्ष 2016 में पश्चिम बंगाल के स्कूल सर्विस कमीशन (SSC) द्वारा शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी। परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों ने मेरिट लिस्ट में जगह बनाई और नौकरी हासिल की।
लेकिन 2018 में एक मामले के चलते घोटाले की परतें खुलनी शुरू हुईं। बबीता सरकार नाम की एक उम्मीदवार को पहले मेरिट लिस्ट में जगह मिली, लेकिन बाद में बिना किसी स्पष्ट कारण के नई मेरिट लिस्ट जारी की गई, जिसमें तृणमूल कांग्रेस नेता के परिजन अंकिता अधिकारी का नाम शीर्ष पर आ गया—जबकि उनके अंक बबीता से कम थे।
यह मामला कलकत्ता हाईकोर्ट और बाद में सुप्रीम कोर्ट पहुंचा।
⚖️ सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: पूरे पैनल की नियुक्तियां रद्द
सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी में सुनवाई पूरी करने के बाद 4 अप्रैल 2025 को फैसला सुनाया और हाईकोर्ट के फैसले को बहाल रखते हुए, 2016 के पूरे भर्ती पैनल को रद्द कर दिया। इसका मतलब, करीब 25,000 शिक्षकों और स्टाफ की नियुक्तियां अब अमान्य हो चुकी हैं।
✅ राहत: सिर्फ उन सात हज़ार लोगों को वेतन लौटाना होगा जिन्होंने OMR शीट काली छोड़ी थी
पहले हाईकोर्ट ने सभी को वेतन लौटाने का आदेश दिया था। अब सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि केवल OMR शीट न भरने वालों को ही पैसा लौटाना होगा।
👨🏫 शिक्षकों का दर्द: “अब क्या करेंगे हम?”
🔸 दीपक मंडल (दक्षिण 24 परगना):
“हम एक साल से उम्मीद और निराशा के बीच जी रहे थे। अब तो अंधेरा ही अंधेरा है।”
🔸 प्रणब बर्मन (उत्तर 24 परगना):
“मैंने योग्यता से नौकरी हासिल की थी, अब कोई दिशा नहीं दिख रही।”
🧾 नियुक्ति में धांधली कैसे हुई?
जांच में पाया गया कि कई उम्मीदवारों को OMR शीट सुधार के जरिए अवैध रूप से अधिक अंक दिए गए। फिर उन उत्तर पुस्तिकाओं को नष्ट कर दिया गया ताकि घोटाले के सबूत न बचें।
यह सब रिटायर्ड जस्टिस रंजीत बाग की रिपोर्ट और CBI/ED की जांच में सामने आया। दोषी अधिकारियों ने आरटीआई के तहत पुनर्मूल्यांकन के नाम पर मार्क्स में फेरबदल किया।
🏛️ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया
सीएम ममता बनर्जी ने शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव और अधिकारियों के साथ राज्य सचिवालय में बैठक की। उन्होंने कहा:
“कुछ लोगों की गलती की सजा हज़ारों लोगों को दी जा रही है। हम 3 महीने में नई भर्ती शुरू करेंगे।”
📅 7 अप्रैल को नेताजी इंडोर स्टेडियम में होगी प्रभावित शिक्षकों से मुलाकात
सरकार ने भरोसा दिया है कि योग्य उम्मीदवारों को नए सिरे से प्रक्रिया में मौका दिया जाएगा।
🏫 स्कूलों पर असर: “अब कौन पढ़ाएगा?”
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जामतला भगवाचंद्र हाईस्कूल (द. 24 परगना): 11 शिक्षक नौकरी से बाहर
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अर्जुनपुर हाई स्कूल (मुर्शिदाबाद): 60 में से 36 शिक्षक नौकरी से गए
हेडमास्टर शांतनु घोषाल:
“गणित और विज्ञान के शिक्षक चले गए। अब पढ़ाई कैसे होगी?”