अपनों को ठुकराने की भूल, जब सच सामने आया तो पैरों तले जमीन खिसक गई

क्या अपनों से दूर जाने का फैसला सही था? रमेश को अपने ससुराल की चमक-धमक भा गई और उसने अपनी जड़ों को छोड़ दिया। लेकिन जब असलियत सामने आई तो उसके होश उड़ गए! आखिर […]

दर्जी का अहंकार: जब उसकी ही चतुराई उसे निगल गई: अंजुमन

विदाईपुर गांव का एक घमंडी दर्जी, जो हमेशा दूसरों की बुराई करता और अफवाहें फैलाता था, आखिरकार अपने ही कर्मों के जाल में फंस गया। उसके पांच पुत्र भी उसी राह पर चल पड़े, लेकिन […]

जब बोलना बना सबसे बड़ी मुसीबत: अंजुमन

क्या ज्यादा बोलना आपकी छवि खराब कर सकता है? यह कहानी रामू की है, जो हर किसी की बात बीच में काटकर खुद को सबसे ज्ञानी समझता था। लेकिन उसकी यह आदत उसे लोगों से […]

चुनावी खेला: जब नेता बने जादूगर और जनता बनी तमाशबीन, अंजुमन

भारत में राजनीति अब विचारधारा की लड़ाई नहीं रही, बल्कि यह एक रोमांचक खेल बन चुकी है। वादों की झड़ी, सोशल मीडिया की अफवाहें, जाति-धर्म का बंटवारा और धनबल का खेल… क्या सच में हम […]

सोच का जादू: सकारात्मकता से हीरा पाने की प्रेरणादायक कहानी!

क्या हमारी सोच ही हमारे जीवन की दिशा तय करती है? आशापुर गांव के दो दोस्तों की कहानी आपको सोचने पर मजबूर कर देगी! रघु ने महल में सिर्फ बर्बादी देखी, तो सोहन को उसी […]

सोच की ऊर्जा: एक गाँव की आत्मनिर्भर बनने की अनोखी कहानी: अंजुमन

अंधरौली गांव की प्रेरणादायक कहानी, जहां अमन नाम के युवक ने पवन चक्की की मदद से गांव में बिजली लाकर चमत्कार कर दिखाया। एक छोटे से विचार ने पूरे गांव की तकदीर और तस्वीर बदल […]