KKN गुरुग्राम डेस्क | पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने हाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के परिवारों की उपस्थिति पर लगाई गई पाबंदी पर कड़ा विरोध जताया। हरभजन ने सवाल उठाया कि क्या टीम इंडिया की हार का कारण उनके परिवार हैं? उन्होंने कहा कि क्रिकेट प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि अनावश्यक नीतियों पर।
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“क्या हम परिवारों की वजह से हारे?” हरभजन ने BCCI से पूछा
अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए हरभजन सिंह ने कहा:
“किसी ने कहा कि खिलाड़ियों की पत्नियों को दौरे पर नहीं आने देना चाहिए। पत्नियों ने क्या किया है? जब प्रदर्शन खराब होता है, तो आप कहते हैं कि परिवारों को आने मत दो। क्या हम परिवारों की वजह से हारे? जीत या हार मैदान पर किए प्रदर्शन पर निर्भर करती है। टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है और इसमें समय लगेगा।”
हरभजन ने यह भी कहा कि क्रिकेट की मुख्य समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत है, न कि मैदान के बाहर के मुद्दों पर।
टीम इंडिया के हालिया प्रदर्शन पर चर्चा
हरभजन ने टीम के हाल के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ सीरीज हारने की बात कही। उन्होंने कहा:
“आपने ऑस्ट्रेलिया में सीरीज हारी—कोई बात नहीं। अगर आप हारेंगे नहीं, तो जीत का मजा कैसे आएगा? श्रीलंका से भी हारे। लोग कह रहे हैं कि हार पर कोई चर्चा नहीं हो रही है। अगर स्थिति बिगड़ रही है, तो इसका मतलब है कि ध्यान कहीं और है।”
BCCI की 10-प्वाइंट नीति
BCCI ने हाल ही में खिलाड़ियों के लिए “अनुशासन और एकता” को बढ़ावा देने के लिए 10-प्वाइंट नीति पेश की है। मुख्य बिंदु:
- विदेशी दौरों पर परिवारों को केवल दो हफ्ते तक साथ रहने की अनुमति।
- व्यक्तिगत स्टाफ और व्यावसायिक शूटिंग पर पाबंदियां।
- गैर-अनुपालन पर केंद्रीय अनुबंध की फीस में कटौती और IPL में खेलने पर रोक लगाई जा सकती है।
“BCCI अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अधिकार रखता है, जिसमें मैच फीस और रिटेनर राशि की कटौती शामिल है,” नीति में कहा गया है।
हरभजन की सलाह: क्रिकेट पर ध्यान दें
हरभजन सिंह ने अंत में BCCI से क्रिकेट प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि टीम बदलाव के दौर में है, और स्थिरता लाने के लिए धैर्य रखना जरूरी है।
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