लाश को जिंदा करने को बुलाया तांत्रिक

​पुलिस के सामने चार घंटे तक आइसीयू मे चला झाड़ फूक

संतोष कुमार गुप्ता

कोटा। राजस्थान के कोटा को देश भर मे स्वास्थ्य व विज्ञान के लिए जाना जाता है। यहां से काफी संख्या मे बच्चे एमबीबीएस बनकर निकलते है। यहां मेडिकल की पढाई का बहुत बड़ा साधन है। किंतु यहां के लोग भी अंधविश्वास पर भरोसा करे,ऐसा देखने को मिल रहा है। न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के आईसीयू में मंगलवार को एक मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने अंधविश्वास की सारी हदें पार कर दी। करीब 4 घंटे तक मृतक के शव को वहीं रखा और तंत्र मंत्र करते रहे। एक तांत्रिक को तलवारें व झाड़ फूक का समान लेकर बुलवा लिया।मरीज को जिंदा करने के लिए पहले नींबू काटे, फिर मुर्गा भी काटा गया। हैरानी की बात यह रही कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान स्थानिय पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन वह सिर्फ तमाशबीन बनी रही।

दरअसल में नयागांव में रोड एक्सीडेंट में घोड़ा बस्ती निवासी हेमराज बंजारा (22) को सिर में चोट लगी थी। उसे हैड इंजूरी की वजह से 8 अप्रैल को नए अस्पताल में भर्ती किया गया था। न्यूरो सर्जरी विभाग ने दो दिन पहले ही इस रोगी को आईसीयू में वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया था। सुबह 9:12 बजे रोगी की सांसें थम गई और विभाग की रेजीडेंट ने उसे मृत भी घोषित कर दिया। लेकिन, इसके बावजूद बड़ी संख्या में मौजूद परिजनों ने शव ले जाने से मना कर दिया और स्टाफ को कहा कि अभी हमारे बाबा आएंगे और एक घंटे में यह जिंदा हो जाएगा।
मृतक के मामा भरत सिंह ने कहा कि हेमराज को डॉक्टरों ने ढंग से नहीं संभाला। इतने दिन से भर्ती था, लेकिन ऑपरेशन नहीं किया। ब्लड मंगवाया, इंतजाम भी कर लिया, लेकिन स्टाफ ने चढ़ाने से मना कर दिया। उधर, न्यूरो सर्जन डॉ. एसएन गौतम ने कहा कि रोगी पहले दिन से ही बहुत ज्यादा सीरियस था। सारी स्थिति परिजनों को बता दी थी।

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