कौशलेन्द्र झा
मुजफ्फरपुर। सिवाईपट्टी थाना के छितरा स्थित प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति बैंक की शाखा में ताला लटक रहा है। इससे करीब डेढ़ हजार खाताधारी चिंतित व परेशान हैं। बैंक में उनलोगों के करीब एक करोड़ रुपये जमा हैं। खाताधारी बिंदेश्वर प्रसाद ने गबन का आरोप लगाते हुए एक सितम्बर को सिवाईपट्टी थाने में एफआईआर दर्ज कराई हुई है।
एफआईआर में शाखा प्रबंधक महेश्वर प्रसाद यादव व पैक्स अध्यक्ष मथुरा प्रसाद चौधरी को आरोपित बनाया गया है। थानाध्यक्ष परवेज अली कि माने तो पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। इस बैंक में स्थानीय कारोबारियों के अलावा सब्जी व चाय-नाश्ता की दुकान चलाने वाले अधिकांश छोटे दुकानदारों की कमाई जमा है। जनकल्याण संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष अमित साह बताते हैं कि बैंक के अचानक बंद हो जाने से कई गरीब परिवार की बेटियों की शादी रुक गई है। कई व्यवसायियों की दुकाने बंद पड़ी हैं और कई कर्ज में डूब चुके हैं।
कहते हैं ग्राहक
हिसाब देने वाला कोई नहीं :
पूर्व सरपंच मो. उलफत हुसैन कहते हैं कि पोती की शादी के लिए छह लाख रुपये बैंक में जमा किया था। पर पिछले छह महीने से शाखा प्रबंधक फरार हैं और रुपये का हिसाब देने वाला कोई नहीं है।
कैसे चुकायें कर्ज :
डेराचौक के जूता-चप्पल व्यवसायी मो. नाजिम कहते हैं कि मेहनत की कमाई से बैंक में डेढ़ लाख रुपये जमा किया था। साहूकार से लिया कर्ज चुकता करने का समय आया तो बैंक बंद हो गया।
खेती करने पर संकट :
किसान बिंदेश्वर प्रसाद कहते हैं कि पिछले साल अनाज बेच कर दो लाख चालीस हजार रुपये जमा किया था। अब बैंक के बंद हो जाने से नई फसल लगाने के लिए आर्थिक तंगी आड़े आ रही है।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.