KKN गुरुग्राम डेस्क | महाकुंभ मेला (Maha Kumbh Mela 2025) भारत का सबसे बड़ा और विश्व प्रसिद्ध धार्मिक आयोजन है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु, साधु-संत और पर्यटक हिस्सा लेते हैं। हर 12 साल में एक बार प्रयागराज में संगम (गंगा, यमुना और सरस्वती) के तट पर आयोजित होने वाला यह मेला आध्यात्मिकता, संस्कृति और भारतीय परंपराओं का अद्भुत संगम है।
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इस बार महाकुंभ जनवरी 2025 से मार्च 2025 तक चलेगा, जिसमें योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सबसे ज्यादा दौरे करने वाले पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए 45 दिनों में 12 बार मेला स्थल का दौरा किया, जो अब तक किसी भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया सबसे अधिक दौरा है।
महाकुंभ का इतिहास और स्वतंत्र भारत का पहला कुंभ
महाकुंभ मेले का इतिहास हजारों साल पुराना है, लेकिन आज़ाद भारत का पहला महाकुंभ 1954 में 14 जनवरी से 3 मार्च तक आयोजित हुआ था। उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत (Govind Ballabh Pant) थे, जिन्होंने महाकुंभ की तैयारियों का दो से तीन बार दौरा किया।
तब से लेकर आज तक, योगी आदित्यनाथ पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने महाकुंभ के दौरान सबसे ज्यादा बार इसका निरीक्षण किया है।
योगी आदित्यनाथ के महाकुंभ 2025 दौरे की पूरी डिटेल्स
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने महाकुंभ मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा करने के लिए जनवरी 2025 से 22 फरवरी 2025 तक कुल 12 बार दौरा किया।
मुख्यमंत्री के महाकुंभ 2025 दौरे का पूरा शेड्यूल:
📅 9 जनवरी: 13 अखाड़ों और योगी महासभा शिविर में पहुंचे, डिजिटल मीडिया सेंटर का उद्घाटन किया।
📅 10 जनवरी: प्रसार भारती के KumbhVani चैनल का शुभारंभ किया, परिवहन निगम की विशेष बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
📅 19 जनवरी: शंकराचार्य और प्रमुख संतों से मुलाकात की, पर्यटन गैलरी, पुलिस गैलरी और संविधान गैलरी का उद्घाटन किया।
📅 22 जनवरी: पूरी मंत्री परिषद के साथ संगम स्नान किया और महाकुंभ में विशेष कैबिनेट बैठक आयोजित की।
📅 25 जनवरी: अखिल भारतीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के कार्यक्रम में शामिल हुए, गोरखनाथ अखाड़ा और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के सम्मेलन में भाग लिया।
📅 27 जनवरी: गृह मंत्री अमित शाह का स्वागत किया, त्रिवेणी संगम में पूजन किया।
📅 1 फरवरी: भारत सेवाश्रम शिविर का दौरा, 73 देशों के राजनयिकों से संवाद और समीक्षा बैठक की।
📅 4 फरवरी: बौद्ध महाकुंभ कार्यक्रम में शामिल हुए, भूटान के राजा का स्वागत किया।
📅 5 फरवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया, त्रिवेणी संगम में पूजन किया।
📅 10 फरवरी: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागत किया, हनुमान मंदिर और अक्षयवट मंदिर का दर्शन किया।
📅 16 फरवरी: जलवायु सम्मेलन में भाग लिया, प्रदीप मिश्रा की कथा और प्रभु प्रेमी संघ शिविर के समापन समारोह में उपस्थित हुए।
📅 22 फरवरी: बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक की, महाशिवरात्रि की तैयारियों की समीक्षा की।
योगी आदित्यनाथ का अगला दौरा: 25 फरवरी 2025
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 फरवरी 2025 को फिर से महाकुंभ में आने वाले हैं, जो कि अक्टूबर 2024 में महाकुंभ का लोगो जारी होने के बाद उनका 18वां दौरा होगा।
25 फरवरी 2025 को सीएम योगी की यात्रा का शेड्यूल:
- 🛬 दोपहर 2:30 बजे: हेलिकॉप्टर से अरैल पहुंचेंगे।
- 🏕 दोपहर 3:00 बजे: संत सतुआ बाबा के शिविर (Sector 21) में जाएंगे।
- 🏕 दोपहर 3:15 बजे: श्रीकांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती (Sector 20) से भेंट करेंगे।
- 🤝 शाम 4:00 बजे: अरैल से लखनऊ के लिए रवाना होंगे।
महाकुंभ मेला 2025 की खास बातें
महाकुंभ मेला 2025 में सरकार ने आधुनिक तकनीकों और बेहतर सुविधाओं का समावेश किया है।
✔ डिजिटल महाकुंभ: ऑनलाइन दर्शन और डिजिटल पंडाल।
✔ स्मार्ट सुरक्षा व्यवस्था: AI आधारित फेस रिकग्निशन और सीसीटीवी मॉनिटरिंग।
✔ पर्यावरण संरक्षण: ग्रीन कुंभ योजना, प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र।
✔ विशेष यातायात प्रबंधन: हाईवे और रेलवे सुविधाओं का विस्तार।
✔ आधुनिक टेंट सिटी: श्रद्धालुओं के लिए विश्वस्तरीय टेंट शहर।
महाकुंभ का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व
महाकुंभ मेला भारतीय संस्कृति, धर्म और आध्यात्मिकता का सबसे बड़ा प्रतीक माना जाता है।
✔ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन।
✔ संगम स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति मानी जाती है।
✔ 13 अखाड़ों के संत और नागा साधु विशाल शोभायात्रा निकालते हैं।
✔ भारत के अलावा दुनियाभर से श्रद्धालु इसमें भाग लेते हैं।
महाकुंभ मेला 2025 न केवल आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किए गए व्यापक प्रबंधन और सीएम योगी आदित्यनाथ के ऐतिहासिक दौरे इसे और खास बना रहे हैं।
📌 सीएम योगी आदित्यनाथ ने 45 दिनों में 12 बार दौरा कर इतिहास रच दिया।
📌 उनका 25 फरवरी का दौरा इस आयोजन में उनकी 18वीं यात्रा होगी।
📌 महाकुंभ मेला 2025 अब तक का सबसे बड़ा और व्यवस्थित आयोजन बनने जा रहा है।
इस बार का महाकुंभ न केवल आस्था और भक्ति का संगम होगा, बल्कि तकनीक, सुरक्षा और पर्यावरण की दृष्टि से भी आधुनिक भारत का प्रतीक बनेगा।
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