KKN गुरुग्राम डेस्क | भारत में आधार कार्ड अब और भी अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाएगा, क्योंकि सरकार ने हाल ही में एक नया आधार ऐप लॉन्च किया है। इस नए ऐप के जरिए होटल, दुकानों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर अब आधार की फोटो कॉपी देने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके बजाय, फेस रिकॉग्निशन तकनीक के माध्यम से व्यक्ति की पहचान को सत्यापित किया जाएगा। इस नए ऐप से आधार सत्यापन की प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित, तेज और सरल बनाया गया है। इस ऐप के आने से नागरिकों को आधार कार्ड की फिजिकल कॉपी देने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे सुरक्षा और प्राइवेसी में भी सुधार होगा।
आधार ऐप क्या है?
आधार का नया ऐप डिजिटलीकृत सत्यापन प्रक्रिया को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए विकसित किया गया है। यह ऐप यूआईडीएआई (Unique Identification Authority of India) द्वारा तैयार किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य आधार डेटा के उपयोग को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाना है। इस ऐप का इस्तेमाल कर व्यक्ति फेस रिकॉग्निशन तकनीक के जरिए अपनी पहचान को सत्यापित कर सकता है।
इस नए ऐप में आधार कार्ड की फोटो कॉपी देने की आवश्यकता नहीं होगी, जो पहले कई सार्वजनिक स्थानों पर बहुत सामान्य था। अब उपयोगकर्ता सीधे ऐप के माध्यम से फेस रिकॉग्निशन के जरिए अपनी पहचान को प्रमाणित करेंगे। यह प्रक्रिया सरल और तेज़ होगी, जिससे लोगों को कहीं भी अपनी पहचान सत्यापित करने में आसानी होगी।
फेस रिकॉग्निशन सत्यापन प्रक्रिया कैसे काम करेगी?
आधार ऐप में जो फेस रिकॉग्निशन तकनीक का उपयोग किया गया है, वह अत्याधुनिक बायोमेट्रिक पहचान पद्धति है। इसका उद्देश्य पहचान को और अधिक सटीक, तेज और सुरक्षित बनाना है। ऐप का उपयोग करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाई जाती है:
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आधार ऐप डाउनलोड करें: सबसे पहले, आपको अपने स्मार्टफोन में आधार ऐप को गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर से डाउनलोड करना होगा।
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फेस स्कैनिंग: ऐप को डाउनलोड करने के बाद, उपयोगकर्ता को अपना चेहरा स्कैन करना होगा। इस ऐप में दी गई तकनीक के द्वारा व्यक्ति का चेहरा पहचान प्रणाली के साथ मिलाया जाएगा।
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सत्यापन प्रक्रिया: फेस स्कैनिंग के बाद, ऐप यूआईडीएआई सर्वर पर भेजेगा, जहां इसे आधार डेटाबेस से मिलाया जाएगा। अगर व्यक्ति का चेहरा डेटाबेस से मेल खाता है, तो सत्यापन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
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लेन-देन पूरा करें: सत्यापन सफल होने पर, आप बिना आधार कार्ड की फिजिकल कॉपी दिए होटल, दुकान या किसी सरकारी योजना का लाभ ले सकते हैं।
आधार फोटो कॉपी देने की आवश्यकता क्यों नहीं रहेगी?
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सुरक्षा में सुधार: आधार फोटो कॉपी देने की प्रक्रिया में सुरक्षा खतरे हो सकते थे, क्योंकि अगर किसी का आधार कार्ड चोरी हो जाए तो उसका दुरुपयोग हो सकता था। लेकिन फेस रिकॉग्निशन के माध्यम से सिर्फ सही व्यक्ति की पहचान की जाती है, जिससे फ्रॉड के खतरे को बहुत कम किया जा सकता है।
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प्रोसेसिंग की गति: पहले आधार कार्ड की फोटो कॉपी देने और फिर उसे चेक करने का समय लगता था, लेकिन अब सिर्फ चेहरे का स्कैनिंग किया जाएगा, जिससे प्रक्रिया बहुत तेजी से पूरी होगी।
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दस्तावेज़ों की सुरक्षा: अब कोई भी व्यक्ति आधार की फिजिकल कॉपी नहीं दे पाएगा, जिससे डेटा के मिसयूज़ का खतरा कम होगा। फोटोकॉपी में बदलाव या कापी को किसी और के पास भेजने की संभावना रहती थी, जो अब नहीं होगी।
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वैकल्पिक सत्यापन प्रक्रिया: आधार कार्ड की फिजिकल कॉपी के बजाय, लोग केवल अपने मोबाइल फोन से फेस रिकॉग्निशन के जरिए पहचान करा सकेंगे, जिससे यह प्रक्रिया और अधिक सुविधाजनक हो जाएगी।
आधार ऐप से जुड़ी अन्य प्रमुख बातें
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आधार का डिजिटल उपयोग: आधार कार्ड को डिजिटल रूप में उपयोग करने की प्रक्रिया को बढ़ावा देना, सरकार की डिजिटल इंडिया पहल का हिस्सा है। इस ऐप से जुड़े सेवाओं का लाभ सरकार के विभिन्न योजनाओं के लिए तुरंत लिया जा सकता है।
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आर्थिक विकास में सहायक: आधार आर्थिक विकास में सहायक बन चुका है। यह सुनिश्चित करता है कि सरकारी योजनाओं का लाभ सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों तक पहुंच सके। यह ऐप उन योजनाओं के लिए एक सुविधाजनक तरीका होगा जहां डीबीटी (Direct Benefit Transfer) का उपयोग किया जाता है।
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आधार का भविष्य: यूआईडीएआई आधार ऐप के जरिए न केवल आधार डेटा के उपयोग को बढ़ावा देना चाहता है, बल्कि इसे और भी सुरक्षित बनाने के लिए नई तकनीकों का उपयोग कर रहा है। इससे भविष्य में ऑनलाइन लेन-देन और अन्य सेवाओं का प्रयोग और अधिक सुरक्षित और तेज होगा।
आधार ऐप के लाभ
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सुरक्षा और गोपनीयता: इस ऐप के जरिए अब आधार के डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता में सुधार होगा। फेस रिकॉग्निशन के माध्यम से व्यक्ति की पहचान को सिर्फ वही व्यक्ति सत्यापित कर सकेगा, जिससे कि फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी के मामले कम होंगे।
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सुविधा: अब आधार कार्ड की फोटो कॉपी की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे लोगों को आसानी होगी। होटल, दुकान, सरकारी दफ्तर आदि में अब अधिक परेशानी नहीं होगी।
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द्रुत सत्यापन: पहले जिन स्थानों पर आधार कार्ड की सत्यापन प्रक्रिया धीमी होती थी, अब ऐप के माध्यम से यह प्रक्रिया तेज और सरल होगी।
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भविष्य में और अधिक सेवाएं: भविष्य में इस ऐप को और अधिक सेवाओं के साथ जोड़ा जाएगा, जैसे बैंकिंग, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य सरकारी योजनाएं, जिससे यह और अधिक उपयोगी साबित होगा।
आधार का नया ऐप भारत में डिजिटल बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस ऐप के जरिए आधार सत्यापन को और अधिक तेज, सुविधाजनक और सुरक्षित बनाया गया है। फेस रिकॉग्निशन तकनीक के जरिए आधार सत्यापन में सुधार होगा और गोपनीयता की सुरक्षा में वृद्धि होगी। इससे न केवल नागरिकों को लाभ होगा, बल्कि सरकारी योजनाओं की सही तरीके से पहुंच भी सुनिश्चित होगी। यूआईडीएआई के इस कदम से भारत को और अधिक डिजिटल और आधार सक्षम बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा।
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