दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जो राजधानी में 26 साल बाद सत्ता में वापसी का संकेत है। बीजेपी ने 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) 22 सीटों पर सिमट गई। वहीं, कांग्रेस एक बार फिर खाता खोलने में नाकाम रही और लगातार तीसरी बार शून्य पर रही।
बीजेपी की यह शानदार जीत वैश्विक मीडिया का ध्यान आकर्षित कर रही है। कई अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों ने इस जीत को दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा बदलाव बताया है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने कैसे किया बीजेपी की जीत को कवर?
1. Reuters: “मोदी की पार्टी के लिए ऐतिहासिक जीत”
रॉयटर्स ने इस चुनाव परिणाम को “ऐतिहासिक जीत” करार देते हुए कहा कि बीजेपी की चुनावी रणनीति शासन, कानून-व्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित थी। रिपोर्ट के अनुसार, शहरी क्षेत्रों, खासकर मध्यम वर्ग के मतदाता, जो कभी AAP के समर्थक थे, अब बीजेपी की ओर मुड़ चुके हैं।
2. Associated Press (AP): “दिल्ली में बीजेपी की ऐतिहासिक वापसी”
एपी (AP) ने बीजेपी की सत्ता में वापसी को एक ‘बड़ा राजनीतिक कमबैक’ बताया। रिपोर्ट के अनुसार, AAP की लोकप्रियता में गिरावट और आंतरिक संघर्षों ने उसकी हार में भूमिका निभाई। कांग्रेस के बढ़ते वोट शेयर का जिक्र करते हुए एपी ने लिखा कि वह अभी भी दिल्ली की राजनीति में एक कमजोर खिलाड़ी बनी हुई है।
3. BBC: “बीजेपी ने खत्म की AAP की पकड़”
बीबीसी ने बताया कि बीजेपी की जीत ने AAP के 10 साल के शासन को खत्म कर दिया है। रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी ने दिल्ली में मजबूत पकड़ बनाई।
4. The Guardian: “केजरीवाल के लिए बड़ा झटका”
द गार्जियन ने केजरीवाल की गिरती राजनीतिक साख को हार का मुख्य कारण बताया। रिपोर्ट के अनुसार, AAP की भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसने और आंतरिक कलह ने बीजेपी को मौका दिया, जिसने खुद को एक मजबूत विकल्प के रूप में पेश किया।
बीजेपी की जीत के पीछे प्रमुख कारण
- मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में मजबूत प्रचार अभियान
बीजेपी ने विकास, कानून-व्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर, और रोजगार के मुद्दों को केंद्र में रखा, जिसने मध्यम वर्ग और युवा वोटर्स को आकर्षित किया। - AAP की घटती लोकप्रियता
पिछले कुछ वर्षों में AAP सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, जिससे पार्टी की छवि कमजोर हुई। - कांग्रेस का लगातार गिरता प्रदर्शन
1998 से 2013 तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज कांग्रेस, पिछले तीन चुनावों से पूरी तरह अप्रासंगिक हो गई। - मध्यम वर्ग का वोट बैंक शिफ्ट होना
पहले AAP को सपोर्ट करने वाला मध्यम वर्ग, अब बीजेपी के विकास और स्थिरता के वादों की ओर आकर्षित हो गया।
अब क्या होगा? दिल्ली की राजनीति में आगे की राह
बीजेपी के स्पष्ट बहुमत के बाद यह सवाल उठ रहा है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? संभावित नामों में मनोज तिवारी, गौतम गंभीर और विजेंद्र गुप्ता शामिल हैं।
वहीं, AAP को अब अपने अस्तित्व को बचाने की चुनौती है। लगातार हार के बाद केजरीवाल की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठने लगे हैं।
बीजेपी की यह जीत सिर्फ एक चुनावी सफलता नहीं, बल्कि 2029 के लोकसभा चुनावों के लिए मजबूत आधार तैयार करने वाली साबित हो सकती है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत ने राजधानी की राजनीति में एक बड़ा बदलाव लाया है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने इसे मोदी सरकार के लिए एक बड़ी जीत के रूप में देखा है। अब सवाल यह है कि बीजेपी अपनी सरकार बनाकर दिल्ली में क्या बदलाव लाएगी और AAP अपने राजनीतिक अस्तित्व को कैसे बचाएगी?