पैसे जमा करने में लग गये दो साल
नई दिल्ली। एक नन्हीं से बच्ची रोज अपने पिता से फ्रॉक खरीद कर लाने को कहे और पिता के पास पैसे नही हो। दिल कचोट लेने वाली यह एक सच्ची घटना है। हालांकि, दो साल बाद ही सही जब पिता ने अपने बेटी को नई फ्रॉक खरीद कर पहनने को दिया तो बच्ची के खुशी का ठिकाना नही रहा। यह सच्ची कहानी मोहम्मद कौसर हुसैन नाम के एक भिखारी की है।
दस साल पहले एक बड़ी दुर्घटना में हुसैन ने अपना दाहिना हाथ गंवा दिया जिससे वह किसी काम के कलायक नहीं बचा। लेकिन उसे अपने परिवार का पेट पालना था तो उसने भीख मांगना शुरू कर दिया। हर आम पिता की तरह हुसैन भी अपने बच्चों को दुनिया की हर खुशी देना चाहता है। लेकिन हालत ऐसी थी कि वह दुनिया की हर खुशी तो क्या वह कोई छोटी सी भी जरूरत पूरी करने में खुद को असहाय पा रहा था। लेकिन इन तमाम मुसीबतों के बावजूद उसने दो साल तक पैसे बचाकर अपनी बेटी के लिए नई फ्रॉक खरीदी। जो् आज उसके जीव की सबसे बड़ी उपलब्धी बन गई।
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