KKN गुरुग्राम डेस्क | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्मी डे के अवसर पर भारतीय सेना की वीरता, पेशेवरता और समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सेना के जवानों और उनके परिवारों की भलाई के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
भारतीय सेना: राष्ट्रीय सुरक्षा की रीढ़
आर्मी डे पर पीएम मोदी ने भारतीय सेना की राष्ट्र की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिकाकी सराहना की। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा:
“आज आर्मी डे पर हम भारतीय सेना के अदम्य साहस को सलाम करते हैं, जो हमारी सुरक्षा की प्रहरी है। हम उन शहीदों को भी याद करते हैं जिन्होंने करोड़ों भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित की है।”
सीमाओं से परे: सेना की राष्ट्र निर्माण में भूमिका
भारतीय सेना की भूमिका सीमाओं की सुरक्षा से कहीं अधिक है। भूकंप, बाढ़ जैसे आपदाओं के दौरान राहत कार्य से लेकर अंतरराष्ट्रीय शांति अभियानों तक, सेना की मानवता सेवा अद्वितीय है।
सेना की भलाई के लिए सरकार की सुधार योजनाएँ
पीएम मोदी ने सैनिकों के कल्याण के लिए कई सुधारों का जिक्र किया:
- वन रैंक वन पेंशन (OROP):
सभी पूर्व सैनिकों को समान पेंशन प्रदान करने वाली ऐतिहासिक योजना। - आधुनिकीकरण:
- आधुनिक हथियार, ड्रोन और निगरानी उपकरण शामिल।
- सीमा क्षेत्रों में बेहतर बुनियादी ढाँचे का विकास।
- बेहतर जीवन स्तर:
- कैंट क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ और शिक्षा।
- सैनिकों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजनाएँ।
- रक्षा बजट में वृद्धि:
रक्षा क्षमता बढ़ाने के लिए बजट में अभूतपूर्व बढ़ोतरी।
आर्मी डे का ऐतिहासिक महत्व
15 जनवरी, 1949 को जनरल के.एम. करियप्पा भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ बने। यह दिन सेना के भारतीय नेतृत्व में परिवर्तन का प्रतीक है।
आर्मी डे न केवल एक उत्सव है, बल्कि भारतीय सेना के समर्पण और बलिदान का सम्मान भी है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे जवानों का बलिदान हर भारतीय के लिए प्रेरणा है। सेना का आधुनिकीकरण और कल्याण उनकी प्राथमिकता बनी हुई है।