किडनी स्वास्थ्य का ख्याल रखना क्यों है जरूरी: जानें स्वस्थ किडनी के लिए क्या करें और क्या न करें

Prioritize Your Kidney Health: A Comprehensive Guide to Maintaining Kidney Wellness

KKN  गुरुग्राम डेस्क | स्वास्थ्य का ध्यान रखना आपके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण निर्णयों में से एक है। खासतौर पर किडनी का स्वास्थ्य, जो आपके शरीर को डिटॉक्स करने और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। दुर्भाग्यवश, लोग अक्सर किडनी स्वास्थ्य को तब तक नजरअंदाज कर देते हैं, जब तक कोई गंभीर समस्या सामने नहीं आ जाती।
यहां बताया गया है कि क्यों किडनी की देखभाल आपके स्वास्थ्य लक्ष्यों में सबसे ऊपर होनी चाहिए और इसे सुरक्षित र-खने के लिए आप क्या कदम उठा सकते हैं।

क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD): बढ़ती समस्या

क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) भारत में तेजी से एक आम समस्या बनती जा रही है। SEEK (स्क्रीनिंग एंड अर्ली इवैल्युएशन ऑफ किडनी डिजीज) स्टडी के अनुसार, भारत में 17.4% की दर से CKD पाया गया है।

डॉ. शीतल लेंगड़े, नेफ्रोलॉजिस्ट, नेफ्रोप्लस का कहना है:
“दुर्भाग्य से, ज्यादातर लोग अपनी किडनी की स्थिति से तब तक अनजान रहते हैं, जब तक कि जटिलताएं नहीं हो जातीं। नियमित चेक-अप और शुरुआती पहचान से इस बीमारी की प्रगति को धीमा किया जा सकता है और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है।”

किडनी को स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण कदम

1. स्वास्थ्य लक्ष्य तय करें

किडनी स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना बेहद जरूरी है।

  • ब्लड प्रेशर लक्ष्य: 140/90 mm Hg से नीचे रखें।
  • ब्लड शुगर स्तर: डॉक्टर से परामर्श करके सही सीमा में बनाए रखें।

डॉ. लेंगड़े कहते हैं:
“ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर के लिए व्यक्तिगत लक्ष्यों को समझना और डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।”

2. किडनी-फ्रेंडली डाइट अपनाएं

आपका आहार आपकी किडनी के स्वास्थ्य को सीधे प्रभावित करता है। सही आहार न केवल किडनी पर दबाव को कम करता है, बल्कि किडनी से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को भी घटाता है।

  • शामिल करें:
    • ताजे फल और सब्जियां।
    • साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, ओट्स, और क्विनोआ।
    • प्लांट-बेस्ड प्रोटीन जैसे दाल, राजमा, और टोफू।
  • कम करें:
    • प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड, जिनमें अधिक मात्रा में नमक और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं।
    • चीनी और शक्करयुक्त पेय।
    • रेड मीट और अन्य एनिमल-बेस्ड प्रोटीन।

3. नियमित शारीरिक गतिविधि करें

शारीरिक गतिविधि न केवल आपके समग्र स्वास्थ्य को सुधारती है, बल्कि यह किडनी स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती है।

  • वजन नियंत्रित रखने में मदद करती है।
  • ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है।

डॉ. लेंगड़े सलाह देते हैं:
“सप्ताह में 5 दिन, 30 मिनट की वॉक भी आपके स्वास्थ्य में बड़ा बदलाव ला सकती है। यदि आपको मूवमेंट में समस्या है या CKD की एडवांस स्टेज में हैं, तो योग या साइक्लिंग जैसे लो-इंपैक्ट एक्सरसाइज बेहतर विकल्प हो सकते हैं।”

4. हानिकारक पदार्थों से बचें

कई दवाएं और पदार्थ आपकी किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं, खासतौर पर जब उनका लंबे समय तक उपयोग किया जाए।

  • पेनकिलर: इबुप्रोफेन और नेपरोक्सेन जैसी ओवर-द-काउंटर दवाओं का लंबे समय तक इस्तेमाल आपकी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • किसी भी दवा को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लें, भले ही वह बिना प्रिस्क्रिप्शन के उपलब्ध हो।

5. हाइड्रेटेड रहें, लेकिन समझदारी से

किडनी के लिए पानी पीना आवश्यक है, लेकिन अत्यधिक पानी पीने से भी समस्या हो सकती है, खासकर अगर आपको CKD है।

  • पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से किडनी से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं।
  • डॉक्टर से परामर्श करें कि आपके लिए सही मात्रा में पानी कितना है।

किडनी समस्याओं के सामान्य कारण

किडनी की बीमारियों को रोकने के लिए उनके प्रमुख कारणों को समझना जरूरी है।

  • डायबिटीज: ब्लड शुगर के उच्च स्तर से किडनी डैमेज हो सकती है।
  • हाई ब्लड प्रेशर: यह किडनी की रक्त वाहिकाओं को कमजोर कर सकता है।
  • मोटापा: मोटापा किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालता है।
  • फैमिली हिस्ट्री: परिवार में किडनी रोग का इतिहास होने पर जोखिम बढ़ जाता है।
  • लंबे समय तक दर्द निवारक दवाओं का उपयोग।

शुरुआती पहचान क्यों है महत्वपूर्ण?

किडनी समस्याओं के लक्षण अक्सर तब तक दिखाई नहीं देते, जब तक कि स्थिति गंभीर न हो जाए। शुरुआती पहचान से न केवल किडनी की समस्याओं को रोका जा सकता है, बल्कि समय पर उपचार से मरीज की जीवन की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है।

लक्षणों पर ध्यान दें:

  • बार-बार पेशाब आना।
  • चेहरे या पैरों में सूजन।
  • थकावट या कमजोरी।
  • भूख न लगना।
  • पेशाब में झाग आना।

जीवनशैली में बदलाव से किडनी को बचाएं

  1. नमक का सेवन कम करें: अधिक नमक का सेवन ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है, जिससे किडनी को नुकसान हो सकता है।
  2. धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान किडनी में रक्त प्रवाह को बाधित करता है।
  3. अल्कोहल सीमित करें: अत्यधिक शराब पीने से किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
  4. नियमित जांच कराएं: किडनी फंक्शन टेस्ट जैसे क्रिएटिनिन और GFR की नियमित जांच कराएं।

डॉक्टर से परामर्श क्यों जरूरी है?

डॉ. लेंगड़े के अनुसार, किडनी स्वास्थ्य के लिए डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है। हर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति अलग होती है, और डॉक्टर आपकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार उचित लक्ष्य और उपचार योजना बना सकते ह

किडनी का ख्याल रखना केवल लक्षणों का इलाज करना नहीं है, बल्कि यह एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने के बारे में है। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और हानिकारक पदार्थों से बचाव जैसे छोटे बदलाव लंबी अवधि में बड़ा अंतर ला सकते हैं।

जैसे-जैसे क्रॉनिक किडनी डिजीज का प्रसार बढ़ रहा है, जागरूकता, नियमित जांच, और शुरुआती हस्तक्षेप से इस समस्या से बचा जा सकता है। अपनी किडनी का ख्याल रखना एक बेहतर और स्वस्थ जीवन जीने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।

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