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टिकटॉक बैन: क्या भारत का उदाहरण या ट्रंप का फैसला तय करेगा इसका भविष्य?

TikTok Ban Saga: Will India’s Example or Trump’s Decision Define the App’s Future?

KKN गुरुग्राम डेस्क | अमेरिका में टिकटॉक के संभावित बंद होने की अटकलों के बीच सवाल उठ रहा है कि क्या नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हस्तक्षेप करेंगे या बैन को लागू होने देंगे। 170 मिलियन यूजर्स के साथ अमेरिका टिकटॉक के राजस्व का प्रमुख स्रोत है। यह स्थिति भारत में 2020 के बैन की याद दिलाती है, जिसने शॉर्ट-वीडियो ऐप बाजार को नया रूप दिया।

अमेरिका में टिकटॉक बैन: क्या हो रहा है?

1. सुप्रीम कोर्ट का फैसला

2. टिकटॉक का रुख

भारत में टिकटॉक बैन: एक सबक

2020 में भारत ने 59 चीनी ऐप्स, जिसमें टिकटॉक भी शामिल था, को राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से बैन कर दिया।

  1. शॉर्ट-वीडियो बाजार में खालीपन: टिकटॉक के 200 मिलियन यूजर्स को अचानक सेवा बंद होने का सामना करना पड़ा।
  2. प्रतिस्पर्धियों का उभारInstagram Reels और YouTube Shorts ने इस खालीपन को भरते हुए बाजार पर कब्जा किया।
  3. स्थानीय ऐप्स का संघर्षचिंगारी और मित्रों जैसे घरेलू ऐप्स शुरुआत में लोकप्रिय हुए, लेकिन लंबे समय तक टिक नहीं पाए।

कौन होगा बैन से सबसे बड़ा लाभार्थी?

1. मेटा और यूट्यूब का दबदबा

2. अन्य प्लेटफार्मों को फायदा

ट्रंप का टिकटॉक पर रुख

1. 2020 में टिकटॉक के खिलाफ कार्रवाई

2. 2025 में बदला रुख

अमेरिका में टिकटॉक का भविष्य न केवल शॉर्ट-वीडियो ऐप उद्योग के लिए बल्कि वैश्विक डिजिटल परिदृश्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ट्रंप का हस्तक्षेप ऐप को बचा सकता है या प्रतियोगी प्लेटफार्म बाजार का नियंत्रण हासिल कर लेंगे।

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