KKN गुरुग्राम डेस्क | भारत में मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने के कई मौके हैं। जहां एक तरफ NEET (National Eligibility cum Entrance Test) की परीक्षा छात्रों के लिए डॉक्टर बनने का एक प्रमुख रास्ता है, वहीं दूसरी तरफ ऐसे भी कई मेडिकल कोर्सेस हैं जिन्हें आप बिना NEET के भी कर सकते हैं। इन कोर्सेस के जरिए आप मेडिकल क्षेत्र में एक बेहतरीन करियर बना सकते हैं। इसके अलावा, इन कोर्सेस में दाखिला लेने के लिए आपको NEET UG परीक्षा में बैठने की आवश्यकता नहीं होती, जो कई छात्रों के लिए एक बड़ा फायदा हो सकता है।
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इस लेख में हम आपको 12वीं के बाद NEET के बिना किए जाने वाले कुछ बेहतरीन मेडिकल कोर्सेस के बारे में बताएंगे। इन कोर्सेस के माध्यम से आप ना केवल एक अच्छी नौकरी पा सकते हैं, बल्कि इनका भविष्य भी बहुत उज्जवल है।
1. बैचलर ऑफ फार्मेसी (B. Pharma)
बैचलर ऑफ फार्मेसी (B. Pharma) एक 4 साल का अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है, जो उन छात्रों के लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है जो मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। इस कोर्स को करने के बाद, छात्र एक फार्मासिस्ट के रूप में अस्पतालों, क्लीनिकों, या फार्मा कंपनियों में काम कर सकते हैं। भारत में एक फार्मासिस्ट की औसतन सैलरी ₹2 लाख से ₹4 लाख प्रति वर्ष होती है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए उपयुक्त है, जिन्होंने 12वीं में PCB (Physics, Chemistry, Biology) या PCM (Physics, Chemistry, Mathematics) लिया है।
2. बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग (B.Sc Nursing)
B.Sc Nursing भी मेडिकल के क्षेत्र में एक लोकप्रिय करियर विकल्प है। यह कोर्स खासकर उन छात्रों के लिए है जो मरीजों की देखभाल करना चाहते हैं और डॉक्टरों की मदद से स्वास्थ्य सेवा में योगदान देना चाहते हैं। एक रजिस्टर्ड नर्स की सैलरी ₹2 लाख से ₹6 लाख प्रति वर्ष हो सकती है। यह कोर्स 12वीं के बाद किया जा सकता है और यह अस्पतालों, हेल्थकेयर सेंटर, और क्लीनिकों में नर्स के रूप में काम करने के अवसर प्रदान करता है।
3. साइकोलॉजी में बीए/बीएससी और एमए
अगर आपको मानव मनोविज्ञान और मानसिक स्वास्थ्य में रुचि है, तो साइकोलॉजी में बीए/बीएससी और एमए एक बेहतरीन करियर विकल्प हो सकते हैं। साइकोलॉजिस्ट मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े समस्याओं का इलाज करते हैं और वे काउंसलर भी बन सकते हैं। एक साइकोलॉजिस्ट की सैलरी ₹3 लाख से ₹15 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है। इसके बाद आप Ph.D. कर कॉलेज में प्रोफेसर के रूप में भी काम कर सकते हैं। यह कोर्स बिना NEET के किया जा सकता है और मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक प्रभावी करियर का रास्ता खोलता है।
4. बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी (BPT)
बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी (BPT) एक और ऐसा कोर्स है जिसे 12वीं के बाद किया जा सकता है और यह मेडिकल के क्षेत्र में एक आकर्षक करियर का विकल्प है। फिजियोथेरेपिस्ट शारीरिक चोटों और समस्याओं के इलाज में मदद करते हैं। एक फिजियोथेरेपिस्ट की सैलरी ₹3 लाख से ₹5 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है। इस कोर्स को करने के बाद आप अस्पतालों, नर्सिंग होम, स्पोर्ट्स एंफसिस, और स्कूलों में काम कर सकते हैं।
5. बैचलर ऑफ मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी (BMLT)
बैचलर ऑफ मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी (BMLT) उन छात्रों के लिए एक बेहतरीन कोर्स है जो मेडिकल लैब टेस्टिंग में रुचि रखते हैं। इस कोर्स के बाद, छात्र मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं, जो डॉक्टरों और फिजिशियन्स को बीमारियों का सही इलाज करने में मदद करते हैं। BMLT करने के बाद, आप अस्पतालों और डायग्नोस्टिक लैब्स में काम कर सकते हैं। इस क्षेत्र में औसतन सैलरी ₹2.5 लाख से ₹5 लाख तक हो सकती है।
6. फॉरेंसिक साइंस (B.Sc)
फॉरेंसिक साइंस में B.Sc एक दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण कोर्स है। इस कोर्स को 12वीं के बाद किया जा सकता है और यह छात्रों को फॉरेंसिक साइंटिस्ट, फॉरेंसिक पैथोलॉजिस्ट, फॉरेंसिक टॉक्सिकोलॉजिस्ट, और फॉरेंसिक साइकोलॉजिस्ट बनने के अवसर देता है। फॉरेंसिक साइंटिस्ट का काम अपराधों के साक्ष्य का विश्लेषण करना और कोर्ट में उसकी रिपोर्ट देना है। इस क्षेत्र में औसतन सैलरी ₹4 लाख से ₹12 लाख प्रति वर्ष हो सकती है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए आदर्श है जो कानून और साइंस के बीच एक लिंक बनाना चाहते हैं।
7. ऑप्टोमेट्री (B. Optometry)
ऑप्टोमेट्री भी एक मेडिकल कोर्स है जिसे बिना NEET के किया जा सकता है। ऑप्टोमेट्रिस्ट नेत्रों की समस्याओं की जांच करते हैं और उन्हें सही इलाज प्रदान करते हैं। यह कोर्स 12वीं के बाद किया जा सकता है और इसके बाद छात्र ऑप्टोमेट्रिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं। इस क्षेत्र में औसतन सैलरी ₹3 लाख से ₹7 लाख तक हो सकती है।
8. न्यूट्रिशन और डाइटेटिक्स
न्यूट्रिशन और डाइटेटिक्स में डिग्री लेने के बाद, छात्र एक न्यूट्रिशनिस्ट या डाइटिशियन बन सकते हैं। इस कोर्स को 12वीं के बाद किया जा सकता है और इसके बाद आप लोगों को स्वस्थ आहार के बारे में सलाह दे सकते हैं। न्यूट्रिशन और डाइटेटिक्स में करियर बनाने के लिए बीएससी या एमएससी किया जा सकता है। इस क्षेत्र में भी अच्छा करियर बनाने के लिए सैलरी ₹3 लाख से ₹10 लाख तक हो सकती है।
क्यों चुनें NEET के बिना मेडिकल कोर्सेस?
NEET के बिना मेडिकल कोर्सेस करने का बड़ा फायदा यह है कि इन कोर्सेस के लिए बहुत कम प्रतिस्पर्धा होती है। अगर आपको डॉक्टर बनने का सपना है और NEET में सफलता नहीं मिली है, तो आप इन कोर्सेस के जरिए स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बेहतर करियर बना सकते हैं। साथ ही, इन कोर्सेस को करने के बाद आप स्पेशलाइजेशन के लिए और अधिक अध्ययन कर सकते हैं, जिससे आपका करियर और भी उज्जवल हो सकता है।
करियर और आय के अवसर
इन कोर्सेस को करने के बाद आपको ना सिर्फ एक स्थिर नौकरी मिलेगी, बल्कि आपके पास अच्छा आय का अवसर भी होगा। जैसे फार्मेसी, फिजियोथेरेपी, और न्यूट्रिशन जैसी शाखाओं में आपकी सैलरी में काफी वृद्धि हो सकती है, जैसे-जैसे आप इस क्षेत्र में अनुभव प्राप्त करेंगे। इसके अलावा, ये कोर्सेस आपको कार्यक्षेत्र में भी उन्नति के अच्छे अवसर प्रदान करते हैं, जिससे आपका करियर लंबे समय तक मजबूत और सुरक्षित रहेगा।
अगर आप 12वीं के बाद मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक हैं, तो NEET के बिना भी कई बेहतरीन विकल्प उपलब्ध हैं। इन कोर्सेस के माध्यम से आप न केवल अपनी रुचियों का पालन कर सकते हैं, बल्कि भविष्य में उच्च वेतन और स्थिर नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए, अगर आप डॉक्टर बनने के सपने को छोड़ना नहीं चाहते, तो इन वैकल्पिक मेडिकल कोर्सेस के बारे में सोच सकते हैं और अपने करियर की दिशा तय कर सकते हैं।
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