KKN गुरुग्राम डेस्क | रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) आज, 16 जनवरी 2025, को अपने Q3 FY25 वित्तीय परिणाम घोषित करने के लिए तैयार है। विशेषज्ञों के अनुसार, कंपनी के शुद्ध मुनाफे में 6% की वृद्धि होने की संभावना है। बेहतर ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM), डिजिटल सेवाओं में उच्च ARPU, और खुदरा खंड में मध्यम वृद्धि इसके प्रमुख कारण हैं। हालांकि, पेट्रोकेमिकल खंड का प्रदर्शन कमजोर रह सकता है।
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मुख्य वित्तीय अनुमान
शुद्ध लाभ और राजस्व वृद्धि
- शुद्ध लाभ: तिमाही-दर-तिमाही 6% की वृद्धि के साथ ₹17,482 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।
- EBITDA वृद्धि: 5% से अधिक बढ़कर ₹41,125 करोड़ तक पहुंच सकती है।
यह वृद्धि रिफाइनिंग और टेलीकॉम परिचालन में मजबूत दक्षता के कारण हुई है।
EBITDA मार्जिन
- अनुमानित मार्जिन: 18.2% से 18.9% के बीच रहने की उम्मीद है।
- GRMs और डिजिटल सेवाओं में टैरिफ बढ़ोतरी के प्रभाव से सुधार हुआ है।
रिलायंस की वृद्धि के प्रमुख कारण
रिफाइनिंग बिजनेस
रिफाइनिंग सेगमेंट कंपनी के लिए मुख्य योगदानकर्ता रहेगा। वैश्विक बाजार में परिष्कृत उत्पादों की मांग में वृद्धि ने राजस्व को बढ़ावा दिया है।
टेलीकॉम का योगदान
- जियो का ARPU: रिलायंस जियो का उच्च ARPU, टैरिफ बढ़ोतरी के सकारात्मक प्रभाव को दर्शाता है।
- डेटा खपत और सब्सक्राइबर बढ़ने से इस क्षेत्र में स्थिर वृद्धि होने की उम्मीद है।
खुदरा खंड का प्रदर्शन
- त्योहारी सीजन की बिक्री के कारण खुदरा क्षेत्र में मध्यम वृद्धि हो सकती है।
- उपभोक्ता आधार का विस्तार और विभिन्न श्रेणियों में विविधीकरण, वृद्धि में सहायक है।
पेट्रोकेमिकल खंड की कमजोरी
- पेट्रोकेमिकल खंड का प्रदर्शन कमजोर रहने की संभावना है, जिससे कुल लाभप्रदता पर प्रभाव पड़ेगा।
शेयर बाजार में हलचल
16 जनवरी को रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर ₹1,272.20 पर बंद हुआ, जो इंट्राडे ट्रेडिंग में 1.60% की वृद्धि दर्शाता है। यह निवेशकों की सकारात्मक उम्मीदों को दर्शाता है।
व्यापक बाजार रुझान
- वैश्विक मांग: ऊर्जा उत्पादों और परिष्कृत ईंधन की वैश्विक मांग रिफाइनिंग सेगमेंट को समर्थन देती है।
- डिजिटल विस्तार: भारत में डिजिटल कनेक्टिविटी की बढ़ती मांग रिलायंस जियो को लाभ पहुंचा रही है।
- चुनौतियां: पेट्रोकेमिकल मार्जिन की कमजोरी और खुदरा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा प्रमुख बाधाएं हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के Q3 FY25 परिणाम मुनाफे और EBITDA मार्जिन में ठोस वृद्धि को दर्शा सकते हैं। कंपनी का मजबूत रिफाइनिंग बिजनेस, डिजिटल विस्तार, और खुदरा क्षेत्र में स्थिर वृद्धि सकारात्मक संकेत देते हैं। हालांकि, पेट्रोकेमिकल खंड की चुनौतियां कुछ हद तक इन लाभों को सीमित कर सकती हैं।
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