शिकार फंसाने को बनाई थी गिरोह
नई दिल्ली। हुस्न की खूबसूरती और हसिनाओं के जलबे, अब सिर्फ प्यार मोहब्ब की बातें नही रहा। बल्कि, ब्लैकमेल का जरिया भी बनने लगा है। जी हां, मैं बात कर रहा हूं, हनीट्रैप की। हाल के दिनो में सांसद केसी पटेल के हनीट्रैप का मामला खूब सुर्खियों में है। किंतु, अब इसमें कई चौकाने वाली जानकारी सामने आ रही है।
बताया जा रहा है कि एक महिला लोकसभा की वेबसाइट से उम्रदराज सांसदों का फोन नंबर हासिल कर उनसे किसी काम के सिलसिले में बात करती थी। इसके बाद उनसे मिलती थी। किसी बहाने इंदिरापुरम के अपने फ्लैट ले जाती, जहां बेडरूम में पहले से गुप्त कैमरा लगा होता था। वहां पहुंचते ही चाय में मादक पदार्थ मिला कर सांसद के साथ अश्लील फिल्म बना लेती थी। इसके बाद शुरू होता था, ब्लैकमेल का धंधा।
पुलिस जांच में पता चला है कि महिला इससे पहले करीब 25 नेताओं और बिजनेसमैन को हनीट्रैप का शिकार बना चुकी है। इसमें उत्तराखंड के नेता हरक सिंह रावत और एमपी शादीलाल बत्रा भी शामिल है। जांच में पुलिस को सफदरजंग पुलिस स्टेशन और तिलकमार्ग थाने में हनीट्रैप के कई एफआईआर दर्ज मिलें हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी महिला के साथ एक दूसरी लड़की और यूपी के मुजफ्फरनगर का रहने वाला एक बदमाश भी शामिल है। बताया जा रहा है कि वह अपने शिकार को फंसाने के लिए हर वक्त अपने बैग में स्पाईकैम रखती थी। वह करीब पांच साल पहले दिल्ली में सिविल सर्विस की तैयारी के नाम पर आई थी। महिला खुद को बीए, एमए, एलएलबी और एलएलएम बताती है। फीलहाल हनीट्रैप में फंसाने के आरोप में महिला को गाजियाबाद के इंदिरापुरम से गिरफ्तार होने के बाद कोर्ट ने पांच दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। दूसरी ओर महिला ने दावा किया है कि सांसद ने कई बार अपने फ्लैट पर उसके साथ रेप किया और जुबान बंद रखने की धमकी दी।
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