तालाब पर कब्जे का विरोध करने पर दबंगों ने दिया घटना को अंजाम
मुजफ्फरपुर। मीनापुर थाने के पुरानी घरारी गांव में शुक्रवार को तालाब पर कब्जे का विरोध करने पर एक पूर्व नक्सली के वृद्ध मछुआरे पिता की दबंगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान 70 वर्षीय बुलकन सहनी के रूप में हुई। वह तरियानी थाना के लहसुरका गांव का रहने वाला था। सूचना पर पहुंची मीनापुर पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया है।
मामले में मृतक के पुत्र इनरदेव सहनी ने पुलिस को दिए बयान में पुरानी घरारी गांव के चार लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। इनरदेव सहनी ने पुलिस को बताया कि करीब चार बजे पुरानी घरारी गांव के आधा दर्जन दबंग लोग उसके पिता की बेरहमी से पिटाई कर रहे थे। चिल्लाने पर गांव के लोगों ने उसको सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंचा तो सभी आरोपित उसके पिता की लाठी डंडे से पिटाई कर रहे थे। ग्रामीणों को आते देख आरोपित वहां से भाग निकले। आरोपितों की पिटाई से उसके पिता की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मीनापुर पुलिस को दी गई।
मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की प्रारंभिक जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया। इधर, थानाध्यक्ष सोना प्रसाद सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही।
इनरदेव ने दो दिन पहले किया था आत्मसमर्पण
तरियानी थाना के लहसुरका गांव का रहने वाला इनरदेव भाकपा माओवादी का सक्रिया सदस्य रह चुका है। इसी माह एक नवंबर को शिवहर में पुलिस अधिकारी के समक्ष वह आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ा है। इनरदेव ने बताता है कि मीनापुर थाना के पुरानी घरारी गांव में उसका एक जलकर (तालाब) है। उससे उसके परिवार का भरण पोषण होता है। पिछले कुछ दिनों से इस जलकर पर कब्जा करने के लिए कुछ दबंग प्रयास कर रहे थे। इसी को लेकर उसके पिता की हत्या कर दी गई है।
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