बेहतर विकास के लिए महिलाओ को प्रशिक्षित होना जरूरी

​संतोष कुमार गुप्ता

मड़वन। जीविका परियोजना की ओर से बुधवार को जागृति जीविका शिक्षण प्रशिक्षण केंद्र मड़वन मे जिलास्तरीय समावेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमे जिले के 4,47,510 परिवारों से 37,822 स्वयं सहायता समूहों के 2,645 ग्राम संगठनों के कुल 55 संकुल संघों से 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्र की अध्यक्ष श्रीमती संगीता देवी ने दीप प्रज्वलित कर किया। जिला प्रशिक्षण पदाधिकारी रश्मि रंजन ने अपने सम्बोधन मे कहा कि बेहतर विकास के लिये महिलाओ को प्रशिक्षित होना जरूरी है। उन्होने कहा कि जीविका के महिलाओ के कंधे पर बहुत बड़ी जिम्मेवारी है। उन्होने कार्यक्रम के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि महिलाओ को आत्मनिर्भर व सवावलम्बी होना जरूरी है। उन्होने प्रशिक्षण के अवधारणा व लेखाकंन के बारे मे भी बताया। प्रशिक्षण अधिकारी प्रिंस कुमार सिंह व प्रवीण कुमार पाठक ने केंद्र (जागृति टीएलसी) की महत्ता एवं संकुल संघ प्रतिनिधियों की भूमिका को बखूबी समझाया। जीविका जिला प्रकोष्ठ के प्रबंधक रणंजय कुमार राय ने केंद्र की ऐतिहासिक प्रगति का जिक्र करते हुए उपलब्धियो एवं उसके अनुपालन में प्रतिनिधि निकाय की भूमिका के साथ-साथ केंद्र की स्वायत्ता एवं आत्मनिर्भरता पर जोर दिया। जिससे कि सभी संगठन एवं उनसे जुड़े हुए लीडर्स एवं कैडर्स की समयानुकूल क्षमतावृद्धि सुनिश्चित की जा सके।

धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष संगीता देवी ने किया। उन्होने आगामी 27 अप्रैल को प्रतिनिधि निकाय की बैठक में सभी अध्यक्ष एवं सचिवों की भागीदारी का आह्वान किया।

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