KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में मौसम में अचानक बदलाव आया है और अब राज्य में कई जिलों में बारिश, मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ भारी मौसम की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के ताजा अनुमान के अनुसार, बिहार के कुछ प्रमुख जिलों में अगले कुछ घंटों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, और इस दौरान वज्रपात (बिजली गिरने) की संभावना भी जताई गई है। प्रभावित जिलों में सीतामढ़ी, सहरसा, दरभंगा, मधुबनी और अररिया शामिल हैं। इन क्षेत्रों में अगले एक से तीन घंटों के भीतर मौसम और बिगड़ सकता है।
बिहार में मौसम के बदलाव की संभावना
9 अप्रैल 2025 को बिहार के मौसम विभाग ने एक अलर्ट जारी किया है जिसमें कहा गया है कि राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। साथ ही, इन क्षेत्रों में वज्रपात (लाइटनिंग) और तूफान की भी आशंका जताई गई है। विभाग ने यह भी बताया है कि ये मौसम परिवर्तन राज्य में आने वाले कुछ घंटों में और तेज हो सकता है, जिससे बारिश और तेज हवाएं आ सकती हैं।
बिहार के जिन जिलों में बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई है, वे निम्नलिखित हैं:
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सीतामढ़ी
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सहरसा
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दरभंगा
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मधुबनी
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अररिया
ये जिले अगले कुछ घंटों में भारी बारिश, आंधी, और वज्रपात से प्रभावित हो सकते हैं। मौसम में अचानक बदलाव से लोगों को राहत मिलेगी, खासकर गर्मी और उमस से परेशान लोग इस बारिश को स्वागत करेंगे, लेकिन साथ ही, बिजली गिरने और तूफान के कारण सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
मौसम की चेतावनी और इसके असर
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वज्रपात और आंधी का खतरा
बिहार के विभिन्न हिस्सों में वज्रपात की संभावना है। यह मौसम के सामान्य प्रभाव हैं, जो प्री-मॉनसून सीजन में अधिक होते हैं। वज्रपात से बचने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि लोग खुले स्थानों पर ना जाएं, खासकर खुले मैदानों या ऊंचे स्थानों पर जहां बिजली गिरने का खतरा अधिक हो सकता है। -
कृषि पर असर
हल्की बारिश फसलों के लिए फायदेमंद हो सकती है, विशेष रूप से रबी फसल के लिए। हालांकि, अत्यधिक बारिश से जलभराव हो सकता है, जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है। खासकर वे फसलें जो पानी की अधिकता सहन नहीं कर पातीं, जैसे कि गेहूं और मक्का। किसानों को मौसम की रिपोर्ट पर ध्यान देना चाहिए और समय रहते अपनी फसलों को सुरक्षित करना चाहिए। -
सावधानी बरतने के उपाय
वज्रपात और तूफान के दौरान सुरक्षा के उपायों का पालन करना बहुत जरूरी है। निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:-
बाहरी गतिविधियों से बचें, खासकर खुले स्थानों पर जाने से।
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यदि आप घर से बाहर हैं, तो तुरंत किसी सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
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बिजली के उपकरणों को अनप्लग करें, ताकि बिजली गिरने से नुकसान न हो।
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खुले पेड़-पौधों के पास ना जाएं, क्योंकि बिजली अक्सर इन पर गिरती है।
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राज्य में अन्य प्रभावित क्षेत्र
हालांकि, सीतामढ़ी, सहरसा, दरभंगा, मधुबनी, और अररिया के जिलों में सबसे अधिक मौसम परिवर्तन देखा जाएगा, लेकिन अन्य क्षेत्रों में भी मौसम में हल्का परिवर्तन हो सकता है। बिहार के अन्य हिस्सों में भी आर्द्रता में वृद्धि हो रही है, जिससे गर्मी में थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।
आगामी मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, आज दिन के अंत तक मौसम में कुछ सुधार हो सकता है और राज्य के कई हिस्सों में मौसम साफ हो सकता है। हालांकि, अगले कुछ दिनों तक हल्की बारिश और आंधी की संभावना बनी रहेगी। बिहार में अगले सप्ताह के दौरान आंशिक रूप से बादल रहने और हल्की बारिश की उम्मीद है, जो गर्मी को कम करने में मदद करेगा।
मौसम विभाग का कहना है कि बिहार में मानसून सीजन जून के आसपास शुरू होगा, लेकिन इसके पहले भी कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जो खेती के लिए लाभकारी साबित होगी।
जनजीवन और बुनियादी ढांचे पर असर
बिहार, जो एक कृषि प्रधान राज्य है, मौसम परिवर्तन से प्रभावित होता है, खासकर जब बात प्री-मॉनसून और मानसून की हो। अचानक आने वाले तूफान और बारिश से लोगों के दैनिक जीवन में बदलाव आ सकता है। सड़कें पानी से भर सकती हैं, जिससे यात्रा में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं, और बिजली आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। राज्य सरकार ने इस मौसम में बुनियादी सुविधाओं को बनाए रखने के लिए कदम उठाए हैं और आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय किया है।
इसके अतिरिक्त, ग्रामीण क्षेत्रों में सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर में मौसम के प्रभाव से समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि खराब सड़कें, और जलभराव के कारण फसलें नष्ट हो सकती हैं। ऐसे में, अधिकारियों ने ग्रामीण इलाकों में विशेष निगरानी रखने का निर्णय लिया है।
कुल मिलाकर, बिहार में मौसम में अचानक बदलाव आया है, और राज्य के विभिन्न जिलों में बारिश, वज्रपात और तूफान की संभावना है। नागरिकों को इस समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, विशेष रूप से उन इलाकों में जहां वज्रपात और तूफान के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि ये बारिश कृषि के लिए लाभकारी हो सकती है, लेकिन इससे जनजीवन में असुविधा भी हो सकती है। मौसम विभाग ने राज्यवासियों से मौसम के अपडेट पर ध्यान रखने की अपील की है ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।